काठमांडू की सड़कों पर आग लगी है. संसद भवन धधक रहा है. नेताओं के घर जलाए जा रहे हैं. राजधानी की गलियों में सिर्फ गुस्से की गूंज सुनाई दे रही है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कई हेलीकॉप्टर काठमांडू एयरपोर्ट पर खड़े दिख रहे हैं. दावा है कि ये हेलीकॉप्टर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और उनके करीबी मंत्रियों के लिए तैयार रखे गए थे ताकि हालात बेकाबू होते ही वे नेपाल छोड़कर भाग निकले.
मीडिया हाउस में आग लगा दी गई. जनता को लगता है कि प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचार में मीडिया उसका साथ दे रहा था. देश के जरूरी सवाल नहीं पूछे जाते थे और दिन-रात प्रधानमंत्री का गुणगान होता था. लोग इस घटना को बांग्लादेश से जोड़कर देख रहे हैं, जब पिछले साल शेख हसीना को उग्र प्रदर्शनों के बीच देश छोड़ना पड़ा और उन्होंने भारत में शरण ली थी.
सोशल मीडिया बैन और लगातार बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ जेन जी का यह आंदोलन धीरे-धीरे सत्ता विरोधी तूफान बन गया. संसद से लेकर सिंह दरबार तक आगजनी हुई. नेताओं के घरों पर हमला हुआ. यहां तक कि ओली के काठमांडू स्थित आवास पर भी उपद्रवियों ने आग लगा दी.
