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बड़ी खबरः जालंधर से सासंद अशोक मित्तल के घर में रहेंगे पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल 

ByPunjab Khabar Live

Oct 4, 2024

आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल कल यानी 4 अक्टूबर को सीएम आवास छोड़ देंगे। अरविंद केजरीवाल का नया आशियाना AAP सांसद अशोक मित्तल का घर होगा। दिल्ली की नई विधानसभा स्थित अशोक मित्तल के सरकारी आवास में केजरीवाल अपने पूरे परिवार के साथ रहेंगे। वहीं इससे पहले वीरवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया राजेंद्र प्रसाद रोड स्थित एक बंगले में रहने चले गए। पार्टी नेताओं ने बताया कि यह आवास आप के राज्यसभा सदस्य हरभजन सिंह का आधिकारिक आवास था।

गौरतलब है कि केजरीवाल द्वारा सीएम आवास छोड़ने का फैसला करने के बाद सांसदों, विधायकों और पार्षदों समेत पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें अपने आवास देने की पेशकश की थी। केजरीवाल सिविल लाइंस स्थित आवास में 2015 से मुख्यमंत्री के तौर पर रह रहे थे। केजरीवाल का नया आवास रविशंकर शुक्ला लेन स्थित आप मुख्यालय के नजदीक है। इस आवास में वह अपने परिवार के साथ रहेंगे। पार्टी नेताओं ने बताया कि नई दिल्ली क्षेत्र केजरीवाल का विधानसभा क्षेत्र भी है और वहां रहते हुए वह दिल्ली और अन्य राज्यों में आगामी चुनावों के लिए आप के अभियान की देखरेख करेंगे।

बता दें कि अशोक मित्तल का ताल्लुक पंजाब से है। पंजाब में पले-बढ़े अशोक मित्तल एक मिडिल क्लास परिवार से थे। उनके पिता ने कर्ज लेकर मिठाई की दुकान खोली थी। अशोक मित्तल ने पिता के कारोबार को आगे बढ़ाया और इसी के साथ न सिर्फ पंजाब बल्कि देश के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की नींव रखी। बिजनेस की दुनिया में नाम कमाने के बाद अशोक मित्तल ने राजनीति में कदम रखा और AAP ने उन्हें राज्यसभा सांसद बना दिया।

1961 में अशोक कुमार मित्तल के पिता बलदेव राज मित्तल ने 500 रुपये का कर्ज लेकर लवली स्वीट्स के नाम से जालंधर में दुकान खोली थी। उनकी दुकान के मोतीचूर के लड्डू पूरे पंजाब में मशहूर थे। इसके बाद उन्होंने बेकरी का काम भी शुरू कर दिया। अशोक मित्तल ने न सिर्फ पिता की विरासत को आगे बढ़ाया बल्कि उन्होंने अपने दम पर खुद का शानदार बिजनेस भी शुरू कर दिया।

गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद अशोक मित्तल ने जालंधर में बजाज स्कूटर की डीलरशिप के लिए अप्लाई किया। मगर बजाज कंपनी ने मिठाई वाले को डीलरशिप देने से मना कर दिया। हालांकि जब उन्हें लवली स्वीट्स की लोकप्रियता का पता चला, तो उन्होंने फौरन डीलरशिप दे दी। कुछ साल बाद अशोक मित्तल को मारुति की भी डीलरशिप मिल गई और जालंधर समेत कई शहरों में लवली ऑटो की 25 से भी ज्यादा ब्रांच खुल गई।

1999 तक पंजाब में कोई भी प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी नहीं थी। लिहाजा अशोक मित्तल ने खुद की यूनिवर्सिटी खोली। 2005 में पंजाब सरकार ने भी इसे मान्यता दे दी। 600 एकड़ में फैली लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में देश-विदेश के 35 हजार से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लवली ग्रुप का सालाना टर्नओवर 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा है।

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