जालंधरः भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने एक और बड़ा कदम उठाया है। सूत्रों अनुसार, विजीलेंस टीम ने विधायक रमन अरोड़ा के करीबी रिश्तेदार को हिरासत में लिया है। सूत्रों की मानें तो यह गिरफ्तारी गुजरात के सूरत से की गई है, और अब आरोपी को जालंधर लाया जा रहा है। फिलहाल इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह मामला पहले से चल रही भ्रष्टाचार जांच से जुड़ा हुआ है, जिसमें विधायक के करीबियों की भूमिका पर भी सवाल उठते रहे हैं।
बताया जा रहा है कि विधायक रमन अरोड़ा का नाम इसमें सूरज से भी ज्यादा चमकता था। सूत्रों के अनुसार रमन अरोड़ा ने अपने करीबी रिश्तेदार इस धंधे में उतार दिए थे। हुक्के के कारोबार में भी रमन अरोड़ा के करीबी युवा रिश्तेदार फील्ड में था, उसमें विधायक की हिस्सेदारी डाली जाती थी। साथ ही साथ स्पा सैंटर, लाटरी आदि का कारोबार विधायक के दफ्तर से शुरू होता था। सूत्र बताते हैं कि विधायक के कहने पर ही थानों एफ.आई.आर. दर्ज होती थी। वहीं कहा जा रहा हैकि एसीपी निर्मल सिंह को आज दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। कहा जा रहा हैकि एसीपी को रमन अरोड़ा के सामने बिठाकर पूछताछ की गई। जिसके बाद अब निर्मल को पंजाब से बाहर ना जाने के लिए कहा गया, वहीं जांच में शामिल होने के लिए कहा गया।
शक के घेरे में तो वह उच्च अधिकारी भी है जो रमन अरोड़ा के कहने पर एस.एच.ओ. की ट्रांसफर करते थे। हालांकि रेप के मामले में 50 लाख रुपए तक की फीस अदा हुई। स्पा सैंटर की बात करे तो बंद हुए स्पा सैंटर खोलने का भरोसा इसी विधायक ने लाखों रुपए लेकर दिया और स्पा सैंटर तो खुलवा भी दिए लेकिन 10 दिनों के अंदर बंद भी हो गए थे। उधर रमन अरोड़ा ने गंजे नेता का नाम भी ले दिया है। गंजे नेता का नाम भी मकसूदां सब्जी मंडी से ही जुड़ा है। वहीं विजीलैंस ने राजू उर्फ महेश मखीजा की दुकान पर फिर से रेड की, लेकिन वह फरार मिला। महेश मखीजा ने चार करोड़ की चार दुकानें सिर्फ मंडी में ही खरीदी है। महेश मखीजा और गंजे नेता की तरफ से एन.आर.आई. की प्रॉपर्टी पर कब्जे करने और कपूरथला चौक पर एक अस्पताल की इमारत को अवैध होते हुए भी मंजूर करने की जांच भी विजीलैंस ने शुरू कर दी है।
