जाने क्या खुला रहेगा और क्या बंद
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने 9 जुलाई, बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है। माना जा रहा है कि चुनावी राज्य होने के कारण बिहार में इसका असर दिखाई दे सकता है। साथ ही गैर-भाजपा शासित राज्यों में भी आम जनजीवन पर बंद का असर हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक, बैंकिंग, बीमा, डाक सेवाओं से लेकर कोयला खनन तक के क्षेत्रों के 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी इस देशव्यापी हड़ताल में हिस्सा से सकते हैं। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के अनुसार, Bharat Bandh का उद्देश्य केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों के खिलाफ विरोध करना है।
आशंका जताई जा रही है कि कहीं-कहीं रेल और बस सेवा सहित यातायात के साधनों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, रेलवे यूनियनों ने इस भारत बंद में हिस्सा नहीं लिया है, लेकिन पहले देखा गया है कि प्रदर्शन रेलवे स्टेशनों या ट्रेनों को निशाना बनाते हैं। देश के अधिकांश हिस्से में स्कूल और कॉलेज बंद होने की आशंका नहीं है। सार्वजनिक बसें, टैक्सियां और ऐप-आधारित कैब सेवाएं प्रभावित होने से आम आदमी को परेशानी हो सकती है।
भारत बंद में भाग लेने वाले ये संगठन शामिल
अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)
भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC)
भारतीय ट्रेड यूनियनों का केंद्र (CITU)।
हिंद मज़दूर सभा (HMS)
स्व-नियोजित महिला संघ (SEWA)
लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF)
यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC)
