जालंधर, (गगन वालिया): सेंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा पर भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद आम आदमी पार्टी ने शहर के बड़े बिजनेसमैन नितिन कोहली को पार्टी जॉइन करवाई। पार्टी जॉइन करते ही उन्हें सेंट्रल हलके का इंचार्ज भी बना दिया। क्योंकि शहर में रमन अरोड़ा के कारण पार्टी की छवि को काफी नुकसान पहुंचा था। इसी को सुधारने के लिए नितिन कोहली को लाया गया। अब नितिन कोहली को इलेक्शन के लिए तैयार किया जा रहा है। पर क्या नितिन कोहली लोगों के भरोस पर खरे उतर पाएंगे।
शहर के बड़े बिजनेसमैन, पर राजनीति बैकग्राउंड नहीं
नितिन कोहली आप पार्टी रमन अरोड़ा के विकल्प के तौर पर देख रही है। खुद नितिन कोहली भी इस नई पारी के लिए तैयार हो रहे हैं। नितिन कोहली का बिजनेस में तो काफी बड़ा नाम है, पर उनका राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। इसलिए उन्हें काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी और लोगों के बीच जाना होगा। हालांकि राजनीतिक बैकग्राउंड रमन अरोड़ा की भी नहीं थी। पर वह पंजाब में आई आदमी पार्टी की लहर में चुनाव जीत गए। पर इस ऐसा होने की उम्मीद नहीं है।
ग्राउंड लेवल पर भी नहीं पकड़
रमन अरोड़ा के कारण जालंधर सेंट्रल हलके के लोग काफी ज्यादा परेशान थे। हालांकि सरकार ने रमन अरोड़ा पर एक्शन जरूर लिया है। पर अब लोगों का आप से मोह भंग हो गया है। इसलिए नितिन कोहली को ग्राउंड लेवल पर अपनी जड़ों को मजबूत करना होगा। क्योंकि सीवरेज, नालियों और पानी समेत अन्य मुद्दों को सुलझाना होगा।
फगवाड़ा गेट मार्किट के दुकानदारों की चुनौती का सामना
हाल ही में फगवाड़ा गेट की मार्किट में दुकानदारों पर जीएसटी टीम की रेड की गई थी। जिसका दुकानदारों ने विरोध किया था। लेकिन इस दौरान नितिन कोहली नहीं दिखाई पड़े। पर उन्होंने विदेश से संदेश जरूर भेजवाया कि वह इस मामले में दुकानदारों के साथ हैं और उनका समर्थन करते हैं।
बेरी, कालिया जैसे दिग्गजों से मुकाबला
अगर नितिन कोहली सेंट्रल हलके में लोगों का काम भी करवा देते हैं पर फिर भी उनकी जीत की राह आसान नहीं होगी। क्योंकि नितिन कोहली का मुकाबाल कांग्रेस के राजिंदर बेरी और भाजपा के मनोरंजन कालिया से होगा। जो पिछले 20 साल से राजनीति में एक्टिव हैं। नितिन कोहली को उनका तोड़ निकालना होगा।
