जालंधर: पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर को मुस्लिम समाज की ओर से राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान समाज के प्रतिनिधियों ने यूपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में मुसलमानों के खिलाफ बेवजह मामले दर्ज किए जा रहे हैं और उन पर अत्याचार हो रहे हैं। प्रतिनिधियों का कहना था कि इस तरह की कार्यवाही लोकतांत्रिक व्यवस्था और धार्मिक सौहार्द्र के खिलाफ है।
मुस्लिम समाज ने ज्ञापन के जरिए राष्ट्रपति से अपील की कि उत्तर प्रदेश में हो रहे इस तरह के अत्याचारों और बेबुनियाद मामलों की जांच करवाई जाए और अल्पसंख्यकों को न्याय दिलाया जाए। पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने ज्ञापन प्राप्त कर आश्वासन दिया कि इसे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा।
इसी बीच, जब मुस्लिम समाज के लोग आगे ज्ञापन देने के लिए डीसी कार्यालय के बाहर पहुंचे तो माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। दरअसल, वहां मौजूद एक व्यक्ति ने जोर-जोर से “जय श्री राम” के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस पर कुछ युवकों ने विरोध जताते हुए नारे लगाने वाले युवक की एक्टिवा की चाबी निकाल ली और उसके साथ धक्कामुक्की भी की। हालांकि तुरंत ही मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला और युवक को वहां से सुरक्षित निकाल लिया।
घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हालात काबू में आ गए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि किसी भी तरह की धार्मिक या साम्प्रदायिक भावना को आहत करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी और अगर किसी ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद से इलाके में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। अधिकारी लगातार अपील कर रहे हैं कि लोग शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें। वहीं, मुस्लिम समाज का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल अपनी बात राष्ट्रपति तक पहुंचाना था, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।
