जालंधर। शहर में मुख्यमंत्री पंजाब के नाम पर ठग्गीयां मारने वाले एक नामी इंसान का पंगा पत्रकार से तब पड़ गया जब उसने चीफ मिनिस्टर भगवंत मान के नाम पर एक कार्यक्रम घोषित कर दिया, और उसपर एक डॉक्यूमेंट्री तैयार करने की घोषणा की। जिसको अलग अलग न्यूज़ और दूरदर्शन आदि पर दिखने का वादा किया। शहर के इस ‘नटवर लाल’ ने उस डॉक्यूमेंट्री बनाने पर लाखों रुपए खर्चा आया बोलकर शहर के नामवर लोगों से खूब वसूली की। जब उससे काम के लिए तय पैसे मांगे गए तो गाली गलौच शुरू कर दी गई।
इस सम्बन्ध में शहर की एक वरिष्ठ महिला पत्रकार गीता वर्मा और उनके सहयोगी शिवदीप जो एक प्राइवेट मीडिया संसथान चलाते हैं, ने बताया कि उन्होंने पुलिस कमिशनर धनप्रीत कौर को तथाकथित समाज सेवक सुरिंदर सैनी के खिलाफ एक विस्तृत शिकायत सौंपी है। शिकायत में अलास्का चौक निवासी सुरिंदर सैनी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं जिनमें महिला पत्रकार को और उनके स्टाफ को धमकाने, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने, प्रतिष्ठा धूमिल करने और प्रशासनिक पहुंच का दुरुपयोग करने जैसी बातें शामिल हैं।
शिकायत के अनुसार, द टेलीस्कोप मीडिया हाउस की टीम ने सुरिंदर सैनी के कहने पर School of Eminence Government School, ladowali रोड की डॉक्यूमेंट्री और मैगज़ीन तैयार की थी। सैनी खुद को इस स्कूल की अलुमनी एसोसिएशन का जनरल सेक्रेटरी बताते हैं और दावा करते हैं कि इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा किया जाना था। सैनी ने मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के नाम पर स्कूलों, संस्थानों और शहर के नामवर लोगों से लाखों रूपए ऐंठे लेकिन जब काम के भुगतान के लिए कहा गया, तो सुरिंदर सैनी ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जातिसूचक शब्दों के साथ जान से मारने की धमकियां दीं और प्रशासन की नज़दीकी की धौंस भी दिखाई।
गीता वर्मा और शिवदीप ने यह भी आरोप लगाया है कि सुरिंदर सैनी ने कई बार यह कहते हुए डराने की कोशिश की कि उसकी “मुख्यमंत्री और बड़े अफसरों तक सीधी पहुंच है, पूरा प्रशासन उसकी जेब में है”। उसने यह तक कहा कि वह पत्रकारों और उनके चैनल से जुड़े लोगों को “गायब” करवा सकता है या झूठे केसों में फंसा सकता है।
पत्रकारों के अनुसार, यह घटनाक्रम नया नहीं है। 5 सितंबर 2025 को प्रेस क्लब, जालंधर में, जब उन्होंने सुरिंदर सैनी से बकाया भुगतान को लेकर बात की, तो उसने मौके पर मौजूद पत्रकारों के सामने ही वरिष्ठ महिला पत्रकारके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और बाद में माफ़ी मांग कर पल्ला छुड़ाया था।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि सुरिंदर सैनी “सोशल वर्क और NGO के नाम पर ठगी” करने का आदी है। अगर गंभीरता से इस मसले की जांच हो तो सामने आएगा कि कौन कौन ठगी में शामिल है।
पत्रकारों ने पुलिस आयुक्त से मांग की है कि सुरिंदर सैनी के खिलाफ उक्त आरोपों में तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए। शिकायतकर्ताओं ने यह भी कहा है कि यदि भविष्य में संस्थान या उससे जुड़े किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की हानि पहुंचती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सुरिंदर सैनी और उसके सहयोगियों के साथ-साथ प्रशासन की भी होगी। उक्त मामले के बारे में CM पंजाब, डी जी पी पंजाब और महिला आयोग को सूचना भेज दी है।
