जालंधरः सेंट्रल क्षेत्र का इंचार्ज आम आदमी पार्टी की नेतृत्व ने नितिन कोहली नियुक्त किया गया। वहीं दूसरी ओर सेंट्रल हलके से 2022 के चुनावों में जीत हासिल करने वाले विधायक रमन अरोड़ा भले ही भ्रष्टाचार के केस में सजा काट कर आ गए है, लेकिन पार्टी का भरोसा अभी भी उन पर है। यही कारण है कि वह अभी भी विधायक पद पर कायम है।
ऐसे में सेंट्रल हलके में 2 आधिकारिक केंद्र बन गए हैं। अब इलाके के लोगों में यह सबसे बड़ी मानसिक उलझन यह बन गई है कि वे अपना काम करवाने के लिए किस नेता के पास जाएं। क्योंकि विधायक के जेल जाने के बाद आप पार्टी ने नीतिन कोहली को हलके का इंचार्ज नियुक्त किया था और तब से वह कामकाज देख रहे थे। लेकिन अब दोनों ही सत्ता में है।
वहीं बहुत से लोग विधायक के पास जाने से डरते हैं। क्योंकि क्षेत्र के कुछ लोग कहते हैं कि अब सामूहिक सरकारी काम और मंजूरियां क्षेत्र के इंचार्ज के माध्यम से ही होंगी। दूसरी ओर, विधायक के करीबी कहते हैं कि वे इलाके के लोगों के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और अगर लोग उनके पास नहीं आते तो यह उनके अधिकारों का उल्लंघन होगा।
इस जटिल स्थिति के कारण सेंट्रल इलाके की आम जनता परेशानी में है। लोग कहते हैं कि उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि वे अपनी रोज़मर्रा की समस्याएं, सुविधाएं और शिकायतें किसके सामने रखें। सीधे सरकारी दफ्तरों में जाते हैं तो उनकी सुनवाई नहीं होती। नतीजतन इलाके में एक अस्पष्टता और द्विध्रुवीय माहौल बन गया है, जिससे सरकारी कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। जालंधर सेंट्रल इलाके में अब राजनीतिक गतिविधियां और तेज होने की संभावना है।
