(PKL): विजीलैंस ब्यूरो द्वारा बलवीर कुमार विर्दी, संयुक्त डायरैक्टर, एक्साईज विभाग जालंधर (जी.एस.टी.) निवासी लम्मा गांव जालंधर के खिलाफ सरकारी अधिकारी होते हुए भ्रष्टाचार के द्वारा आय से अधिक सम्पत्ति बनाने के दोषों सम्बन्धी दर्ज मुकदमे में नामज़द किए साथी दोषी भगवंत भूषण उर्फ बावा निवासी मकान कृष्ण नगर, रेलवे रोड जालंधर को ब्यूरो द्वारा आज बुधवार को उसके आवास से गिरफ़्तार कर लिया है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस की जांच से पाया गया कि उक्त बलवीर कुमार विर्दी को चैक पीरियड 01.04.2007 से 11.09.2020 तक जाने गए स्रोतों से कुल 2,08,84,863.37 रुपए की आमदन होती हुई पाई गई।
इसी अरसे के दौरान उसके द्वारा 5,12,51,688.37 रुपए का खर्चा किया गया है। इस तरह उक्त मुलजिम द्वारा चैक पीरियड के दौरान कुल 3,03,66,825 रुपए अधिक खर्चा किया गया है, जोकि उसकी आमदन से करीब 145.40 फीसदी अधिक बनता है। इस तरह उक्त अधिकारी के खि़लाफ़ अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी आमदन के अवगत स्रोतों से अधिक सम्पत्ति बनाने के दोष अधीन विजीलैंस ब्यूरो, रेंज जालंधर द्वारा मुकदमा नंबर 12 तारीख़ 16.05.2023 को भ्रष्टाचार निरण अधिनियम की धारा 13(1) (बी), 13(2) अधीन दर्ज किया था।
उक्त मुकदमे की जांच के दौरान पाया गया। दोषी बलवीर कुमार विर्दी के ख़ास साथी के तौर पर उक्त भगवंत भूषण उर्फ बावा ने ख़ुद ‘जगदम्बे लाईफ़ स्टाइल’ नाम की कंपनी जबकि अपनी पत्नी कविता और बलवीर कुमार विर्दी की पत्नी सुरिन्दर कौर के नाम पर ‘साफ़ एंड कूल’ नाम की लुधियाना में दो फ़र्ज़ी कंपनियां खोली हुईं थीं और भगवंत भूषण दोषी बलवीर कुमार विर्दी की करोड़ों रुपए की काली कमाई को सफ़ेद करने के लिए इन उक्त दोनों बोगस कंपनियां में एडजस्ट करता था।
