पानीपत में थाने के SHO और सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं ESI को लाइनहाजिर कर दिया है। इन तीनों ने हत्या के केस में कुदरती मौत बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया था। मामला एसपी अजीत सिंह शेखावत के पास पहुंचा तो उन्होंने इसकी अलग से जांच कराई। जिसके बाद चांदनी बाग थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर कर्मबीर और ASI सतीश को सस्पेंड किया गया जबकि ESI बलविंद्र को लाइनहाजिर करने का आदेश दे दिया। इस मामले में अब कई संदिग्ध आरोपियों को भी पूछताछ के लिए पकड़ा गया है। सब इंस्पेक्टर कृष्ण को इस थाने का चार्ज सौंप दिया गया है।
बबैल नाका के पास रहने वाले राजू ने बताया था कि 18 दिसंबर 2023 की रात करीब 7 बजे वह साथी आरिफ के साथ खाना खाने के लिए प्रेमी ढाबे में गया था। जहां आरिफ की ढाबे पर वेटर का काम करने वाले चौटाला नाम के युवक से कहासुनी हो गई। वेटर ने साथियों को बुला लाठियों से पीट-पीटकर हत्या की बहस बढ़ने पर चौटाला ने आरिफ से मारपीट शुरू कर दी। बाद में उसने फोन कर अपने दोस्तों को भी वहां बुला लिया। जिसके बाद बाइक पर उसके 4 साथी आ गए। उन्होंने वहां आते ही दोनों युवकों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसी बीच राजू वहां से भाग निकला। इसके बाद वे आरिफ को पीटते रहे। काफी देर बाद किसी से सूचना मिली कि आरिफ की मौत हो गई।
सूचना मिलने पर परिजन भी मौके पर पहुंचे। मृतक आरिफ के भाई नफीस ने बताया कि वे मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास गए। जहां पुलिस ने परिजनों को कहा कि वे लिख कर दे दें कि आरिफ पिछले 8 दिन से बीमार था। जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि परिजनों के साथ मारपीट का चश्मदीद राजू भी गया था। यहां पुलिस ने आरोपी चौटाला को भी हिरासत में ले लिया है। मगर पुलिस ने हत्या होने से नकारते हुए प्राकृतिक मौत होने का ही दबाव बनाया।
