पंजाब में आम आदमी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मवीर गांधी की गठित नवां पंजाब पार्टी आज सोमवार को कांग्रेस में मर्ज होने जा रही है। धर्मवीर गांधी 2016 से ही AAP से दूर हो गए थे। वहीं, पटियाला के शाही परिवार की बहू परनीत कौर को राजनीतिक करियर में हराने वाले एक मात्र नेता डॉ. गांधी ही हैं। डॉ. गांधी के कांग्रेस में विलय के बाद पार्टी को पटियाला में शाही परिवार के बिना भी एक मजबूत आधार मिल जाएगा।
हृदय रोग विशेषज्ञ से राजनेता बने डॉ. गांधी ने 2013 में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी। 2014 में AAP ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया। इन चुनावों में कांग्रेस की टिकट पर परनीत कौर चुनावी मैदान में थी। डॉ. गांधी ने उन्हें 20,942 से हरा कर जीत हासिल की थी। लेकिन 2016 में आपसी मतभेदों के कारण डॉ. गांधी ने AAP को छोड़ दिया। 2019 में लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने अपनी अलग पार्टी नवां पंजाब गठित की थी, हालांकि इन चुनावों में वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
शाही परिवार के अलग हो जाने के बाद से ही कांग्रेस पटियाला सीट के लिए एक प्रभावशाली चेहरा तलाश रही थी। पूर्व सांसद डॉ. गांधी के कांग्रेस जॉइन करने के बाद उनके पटियाला से उम्मीदवार की तलाश खत्म हो सकती है। डॉ. गांधी मूलरूप से पटियाला से हैं और इलाके में उनका अच्छा रसूख है। ऐसे में भाजपा को पटियाला सीट पर अच्छी टक्कर मिल सकती है।
