लुधियाना में STF के सब-इंस्पेक्टर पर नशा तस्करों को छोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान गुरमीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने गुरमीत सिंह को गिरफ्तार कर उसका सिविल अस्पताल से मेडिकल करवाया है। वहीं इस मामले को लेकर AIG ग्रेवाल का बयान सामने आया है। डीएसपी ने बताया कि सितंबर 2024 को चरणजीत सिंह और रनबीर नामक व्यक्तियों को काबू किया था। उस दौरान एसआई ने आरोपियों के कब्जे से 600 ग्राम अफीम बरामद की थी।
AIG ने बताया कि जब मौके पर डीएसपी सतविंदर विर्क पहुंचे तो पता चला कि खेखला गांव नजदीक में खेतों से आरोपियों को काबू किया था और एक रात अपने पास रिटेन करके रखा था। जिसके बाद अगले दिन आरोपियों से बरामदगी दिखाने की कोशिश की थी। जांच में सामने आया है कि एसआई ने सीनियर अधिकारियों की ध्यान में यह बात नहीं लाया था। जांच में एसआई गुरमीत सिंह दोषी पाया गया। AIG ने बताया कि आरोपियों को छोड़कर पड़ताल शुरू कर दी थी।
इस मामले में आज एसआई को गिरफ्तार किया गया और मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होंने बताया कि गुरमीत सिंह के खिलाफ एसटीएफ में एफआईआर नंबर 146 दर्ज की गई है। बता दें कि आज जब गुरप्रीत सिंह का सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया गया, तभी सब इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने पत्रकारों के सामने डीएसपी विर्क का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने आरोपियों को छोड़ा हैं मैंने नहीं। जिसके बाद पुलिस सब इंस्पेक्टर को गाड़ी में बिठाकर ले गई। वहीं इस मामले में AIG ग्रेवाल ने कहा कि मामले की जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।
